इस ब्लॉक में आज हम लोग बात करेंगे कैसे Bikes Are Always Better Than Cars है बाइक हम अपने सुविधा के लिए यूज़ करते हैं वैसे ही कार भी हम अपने सुविधा के लिए यूज़ करते हैं लेकिन दोनों में अंतर यह है की बाइक किसी भी रोड पर आराम से चल जाती है किसी भी रोड का मतलब है कि कोई भी छोटी रोड जैसे गली में आराम से बाइक चल जाती है और बाइक को हैंडल करना कार के कमपेयर काफी आसान होता है।
अगर बात करें भारत जैसे घनी आबादी वाले देश की और भारत के सड़कों की तो बाइक कि एक महत्वपूर्ण वाहन है। बाइक पर दो से तीन लोग सवार होकर आराम से एक जगह से दूसरे जगह जा सकते हैं अगर वही बात करें तीन से ज्यादा लोगों की तब हमें चार पहिए वाले वाहन का उपयोग करना पड़ेगा लेकिन अधिकतर भारतीयों के पास दो पहिया वाले वाहन ही देखने को मिलेंगे तो दोस्तों हम लोग जानेंगे और सीखेंगे इस ब्लॉग में कि कैसे बाइक्स आर बेटर थन कार है हमारे साथ इस ब्लॉग में बने रहिए ताकि आपको अच्छी जानकारी इस टॉपिक पर मिले।
टॉप 10 कारण Bikes Are Always Better Than Cars :
इन सभी पॉइंट्स को देखते हुए Bikes Are Always Better Than Cars है। आईये इन सभी पॉइंट्स को जाने
- कार के कंपैरिजन में बाइक सस्ती होती है
- बाइक का मेंटेनेंस कार के मेंटेनेंस से सस्ता होता है
- बाइक में फ्यूल की खपत काफी कम होती है।
- अब जो बाइक आ रही है वह एनवायरमेंटल फ्रेंडली है कंपेयर टू कार्स
- बाइक सबसे अच्छे होते हैं ट्रैफिक के लिए कंपेयर टू कार
- बाइक का सर्विस कॉस्ट कार के कंपैरिजन में काफी सस्ता होता है
- बाइक खरीदने से आपकी सेविंग होती है
- बाइक खरीदने के लिए आपको लोन आसानी से मिल जाएगा
- बाइक को आप आसानी से अपने अनुसार कस्टमाइज करवा सकते हैं कंपेयर टू कार्स
- सेकंड हैंड बाइक्स की रीसेल वैल्यू ज्यादा होती है कर के कंपैरिजन में
तो चलिए दोस्तों इन सभी पॉइंट्स पर चर्चा करते हैं।
1 . क्या कार के कंपैरिजन में बाइक सस्ती होती है?
हा बाइक्स कार के कंपैरिजन में सस्ती होती है। हमेशा से Bikes Are Always Better Than Cars है, और साथ ही कर के कंपैरिजन में काफि सस्ती भी होती है। जहां सामान्य बाइक 30 40 किलोमीटर चलने पर 1 लीटर पेट्रोल खाती है वहीं नॉर्मल कार 6 गुना पेट्रोल खपत करती है, बाइक आपको एक से दो लाख रूपए में ऑन रोड प्राइस पर मिल जाती है वहीं अगर आप कार लेने जाएंगे तो आपको कम से कम 7 से 8 लख रुपए लेकर जाना होगा एक कार खरीदने के लिए आज भी भारत में हर एक मिडिल क्लास परिवार कार से ज्यादा एक बाइक को ज्यादा अहमियत देता है। जो काम आप कार से कर सकते हैं वही काम आप बाइक से भी कर सकते हैं बाइक आपको काफी सारे फायदे देती है कार के कंपरीशन माइलेज आपको कर से ज्यादा मिलेगी बाइक में रखरखाव काफी सस्ता होगा कार्तिक कंपैरिजन बाइक का आसानी से एक जगह से दूसरी जगह जाया जा सकता है बाइक से 2 से 3 लोग आराम से एक जगह से दूसरे जगह जा सकते हैं बाइक पर सवार होते हैं वही कर में देखा जाए तो कर अगर आपके पास है तो कर लगाने के लिए अलग जगह चाहिए कर का रखरखाव काफी महंगा होता है बाइक के मुकाबले और कर काफी महंगी भी आती है बाइक के कंपैरिजन। यही सब छोटी-छोटी चीज के चलते Bikes Are Always Better Than Cars है।
2. कैसे बाइक का मेंटेनेंस कार के मेंटेनेंस से सस्ता होता है?
बाइक रखना और उसे मेंटेन करना काफी सस्ता हो जाता है कर के कंपैरिजन मे कर हमें सुविधा देती है साथ में खर्च भी बढ़ा देती है जहां बाइक के पार्ट्स आपको हजार में मिलेंगे वहीं कर के पार्ट्स आपको 10000 रूपए में मिलेंगे जहां आप बाइक में मात्र 1 लीटर पेट्रोल में 30 से 40 किलोमीटर तक सफर तय कर सकते हैं वही कर में आपको 5 गुना पेट्रोल डलवाना पड़ेगा एक से दूसरे जगह जाने के लिए कर रखने के लिए आपको अलग से एक जगह चाहिए और बाइक आप कहीं भी लगा सकते हैं हमेशा से Bikes Are Always Better Than Cars रही है और आगे भी रहेगी।
3. क्या बाइक में फ्यूल की खपत काफी कम होती है?
हम लोग सभी जानते हैं की बाइक कार के मुकाबले ज्यादा माइलेज देती है जहां नार्मल कार 1500 से 2000 सीसी के आते हैं, वही आपको नॉर्मल बाइक 100 से 250 सीसी के बीच में देखने को मिल जाएगी सायद यही कारण है की बाइक ज्यादा माइलेज देती है कार के कंपरीशन में और देखा जाए तो लोग साल मे लाखों रुपए का फ्यूल डलवा लेते हैं अपने कार में, अगर बाइक की बात की जाए तो कर के कंपैरिजन, 1 साल में इतने फ्यूल की खपत नहीं है बाइक में। या तो लोग जागरुक नहीं है और या तो लोग जानते हुए भी बाइक से ज्यादा कार को प्रेफर कर रहे है आपकी क्या राय है कमेंट में जरूर बताएं की Bikes Are Always Better Than Cars है या नहीं।
4. क्या अब जो बाइक आ रही है वह एनवायरमेंटल फ्रेंडली है कंपेयर टू कार्स?
बाइक्स 100% एनवायरमेंटल फ्रेंडली तो नहीं है लेकिन कार के मुकाबले ज्यादा एनवायरमेंटल फ्रेंडली है, बाइक्स में जनरली क्या होता है कि बाइक्स मे उत्सर्जन कम होती है वही कर में उत्सर्जन ज्यादा होती है लेकिन किसी-किसी के बाइक में उत्सर्जन की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाती है ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वह लोग अपने बाइक कि सर्विसिंग टाइम पर नहीं करवाते हैं जिसके कारण एमिशन अच्छे से नहीं हो पाता है और बाइक के साइलेंसर से धुआं आने लगता है कर में भी से यही होता है लेकिन आप ध्यान रखें कि कर में बाइक के मुकाबले एमिशन ज्यादा होता है अगर आप आप नेचर से प्यार करते हैं और चाहते हैं कि दो पहिया वाहन या चार पहिया वाहन हमारे नेचर को ज्यादा प्रदूषित नहीं करें और आप एक ऐसे वाहन की तलाश में है जो एनवायरमेंट को कम नुकसान पहुंचा तो आप दो पहिया वाले बहन मतलब बाइक्स के साथ जा सकते हैं। तो हुई ना Bikes Are Always Better Than Cars.
5. क्या बाइक सबसे अच्छे होते हैं ट्रैफिक के लिए कंपेयर टू कार?
आप कभी ना कभी ट्रैफिक जाम में जरूर फंसे होंगे आपने यह ध्यान दिया होगा आपकी बाइक सवार आदमी काफी आसानी से ट्रैफिक को पार कर लेते हैं बाइक से वही जो व्यक्ति फोर व्हीलर या कार से सफर कर रहे होते हैं उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे कि जाम में फंस जाना गर्मियों के समय में ट्रैफिक सबसे ज्यादा परेशान करती है बाइक वाले तो आराम से निकल जाते हैं जरा सोचिए जिन लोगों के कर में ऐसी नहीं होगी होती होगी या ऐसी खराब हो गई होगी उन लोगों का क्या होता होगा गर्मियों के मौसम में जब वह ट्रैफिक में फंस जाते होंगे हम लोग यह नहीं बोल रहे हैं कि कार अच्छी नहीं होती है लेकिन कार को आप हर जगह हर किसी रोड पर नहीं चला सकते हो वही बाइक कहीं भी चली जाती है जैसे गली में चली जाती है और भारत के सदके तो आपको पता ही है कही चौड़ी कही पतली इसलिए भार में रोड पर चलने वाली वाहनों में टू व्हीलर वाहन 75% है, फोर व्हीलर वाहन 20 से 25% है, अगर आप इस ब्लॉक को शुरू से लेकर यहां तक पढ़ रहे हैं तो आपको पता चल गया होगा कि Bikes Are Always Better Than Cars है।
6. क्या बाइक का सर्विस कॉस्ट कार के कंपैरिजन में काफी सस्ता होता है?
अगर आपके पास कोई भी फोर व्हीलर कार है और उसे कार का सर्विसिंग टाइम टू टाइम आप करवाते ही होंगे तो आपको यह पता होगा की सर्विसिंग कॉस्ट कितनी आती होगी एक फोर व्हीलर कर इसी जगह अगर आप एक टू व्हीलर बाइक की सर्विसिंग करवाने जाए उदाहरण के तौर पर हम 100 सीसी के बाइक लेते हैं जैसे की स्प्लेंडर हो या किसी भी अन्य कंपनी कि 100 सीसी का बाइक हो तो दोनों का सर्विसिंग कास्ट में जमीन आसमान का अंतर होगा लेकिन काम दोनों एक जैसा ही कर रहे हैं, हमें एक जगह से दूसरे जगह ले जाने का काम कर रहे दो पहिए वाले वाहन और चार पहिए वाले वाहन हम इन दोनों बाइक्स के फीचर्स और स्पेसिफिकेशन के बारे में चर्चा नहीं कर रहे हैं हम इनके सर्विसिंग कास्ट के बारे में चर्चा कर रहे हैं, आजकल के समय में लोग इंसान की हैसियत का अंदाजा उसके बाइक या कार से लगते हैं खास करके भारत देश में यह देखा जाता है जो लोग दो पहिए से चल रहे हैं वह कम स्मार्ट होते हैं और जो लोग चार पहिए से चल रहे हैं वह ज्यादा स्मार्ट होते हैं, जबकि समझदार वह लोग हैं जिनके पास ज्यादा पैसे रहते हुए भी दो पहिए वाले वाहन का उपयोग करते हैं, तो हम लोग अपने पॉइंट पर आते हैं अगर बाइक और कर के सर्विसिंग कास्ट के बारे में बात करें तोह हमेशा Bikes Are Always Better Than Cars रहेगी।
7. क्या बाइक खरीदने से हमारी सेविंग होती है?
बाइक खरीदने से आपको हर फील्ड में सेविंग होगी जैसे कि अगर आप एक कार खरीदने जाते हैं तो 5 से 6 लख रुपए आराम से लग जाएंगे, और इतने पैसे मैं आपको मिलेगा क्या एक चार पहिए वाला वाहन जिसमें 5 से 6 आदमी का सेट होगा एक ऐसी रहेगा हां मानते हैं की बाइक से ज्यादा आराम आपको कार में मिलेगा वहीं अगर आप एक बाइक खरीदने जाते हैं तो एक से डेढ़ लाख में आपको एक 100 से 125 सीसी की बाइक मिल जाएगी जिसमें आपको अच्छे-अच्छे फीचर्स मिलेंगे, एब्स ब्रेक के साथ एलईडी स्क्रीन रहेगा उस बाइक में पर हम यहां फीचर्स और स्पेसिफिकेशन की बात करने नहीं आए हम यहा इस टॉपिक पर जानेंगे कि बाइक खरीदने से हमारी सेविंग कैसे होगी तो दोस्तों आपको यह जानकारी होनी चाहिए कि अगर आप कोई भी बाइक फाइनेंस करवाते हैं एक अच्छे बैंक से तो आपको बिजनेस लोन मिलता है और आपकी ईएमआई भी कार के EMI से काम आएगी, और साथी सालाना ब्याज भी आपको काफी कम इंटरेस्ट पर मिलेगा, तो हुई ना दोस्तों Bikes Are Always Better Than Cars.
8. क्या बाइक खरीदने के लिए आपको लोन आसानी से मिल जाएगा?
कर खरीदने के लिए ज्यादा अमाउंट में पैसे की जरूरत है रिसीव किया कर आप एक नॉर्मल फोर व्हीलर SUV भी खरीदने जाते है तो आपके 10 से 15 लाख तो ऐसे ही लग जाते हैं, 10 से 15 लाख रुपये 1 मिनट क्लास परिवार के लिए काफी ज्यादा रूपए होते हैं लेकिन दोस्तों सपने सभी लोग देखते हैं अगर एक नॉरमल पर्सन इतने पैसे एक फोर व्हीलर खरीदता है, वह भी EMI पर तो उसे व्यक्ति के 5 से 10 साल तो सिर्फ EMI चुकाने मे ही निकल जाती है, और यह कंफर्म नहीं है कि आपको इतने पैसों का लोन मिलेगा या नहीं मिलेगा कितने सारे लोगों या गलती करते हैं कि छोटे-मोटे लोन में फंसकर अपना सिबिल स्कोर खराब कर लेते हैं जिसके करण जब उन्हें अधिक पैसो की जरूरत पड़ती है तो उन्हें समय पर लोन नहीं मिल पाता वहीं अगर हम एक नॉर्मल एक से दो लाख की बाइक खरीदने जाते हैं और उसे बाइक को अगर हम फाइनेंस करवाते हैं तो ऐसी बहुत सारी बैंक है जो काम सिविल स्कोर पर भी हमें आसानी से लोन प्रोवाइड कर देती है, इसलिए बाइक लोन आसान होता है लेना कंपैरिजन तो कार लोन से तो दोस्तों हुई ना Bikes Are Always Better Than Cars.
9. क्या बाइक का कस्टमइजेशन आसान हैं कंपेयर टू कार्स?
हां बिल्कुल, बाइक का कस्टमाइजेशन आसान है कंपेयर तो कार्स। दोस्तों देखा जाए तो बाइक का कस्टमाइजेशन आसान और सस्ता है कंपेयर टू कार क्योंकि नार्मल बाइक्स आपको एक से दो लाख में ही शोरूम मे मिल जायएगी वही फोर व्हीलर या कार की कस्टमाइजेशन आसान नहीं होती है और सस्ती भी नहीं होती है। कार के कस्टमाइजेशन में काफी समय लगता है, अगर आपको कार कस्टमाइज करवाना है तो आपको दो से तीन हफ्ते आराम से लग जाएंगे कहीं अगर आपको अपना वॉइस कस्टमाइजेशन करवाना है तोह 7 से 10 दिन में आराम से कम खर्चे में आप अपने पुराने बाइक को एक नया लुक दे सकते हैं अक्सर लोग अपने टू व्हीलर या फोर व्हीलर को कस्टमाइज्ड करवाते रहते हैं क्योंकि उन लोगो को मार्केट के ट्रेस के साथ चलना होता है। अगर टू व्हीलर या फोर व्हीलर कस्टमाइजेशन की बात की जाए तो Bikes Are Always Better Than Cars रहेगी।
10. क्या सेकंड हैंड बाइक्स की रीसेल वैल्यू ज्यादा होती है कार के कंपैरिजन में?
सेकंड हैंड बाइक बेचना काफी आसान होता है सेकंड हैंड कार बेचने से सेकंड हैंड कार को बेचने के लिए काफी सारे बातों का ध्यान रखना पड़ता है, सेकंड हैंड कर भी अब तीन से चार लाख में आने लगी है कुछ ऐसे प्रीमियम कार्ड भी होते हैं जो आपको 5 से 10 लाख में आसानी से मिल जाएंगे आपने काफी सारे इंस्टाग्राम इनफ्लुएंसर को देखा ही होगा जो सेकंड हैंड कार को बेचने के लिए अपने पेज पर प्रमोट करते रहते हैं लेकिन आप जरा सोचे की जो व्यक्ति 5 से 10 लख रुपए दे रहा है वह कोई मूर्ख तो होगा नहीं और उसे ना ही मूर्ख बनाया जा सकता है इसलिए जो लोग इतने पैसे देखकर एक सेकंड हैंड कार खरीदते होंगे वे लोग काफि ध्यानपूर्वा काफि सारे बातो का ध्यान रखते होंगे जिसके कारण सेकंड हैंड कार बेचना सेकंड हैंड बाइक बेचने से काफी ज्यादा कठिन है। यही अगर आप एक सेकंड हैंड बाइक भेजते हैं तो लोग बस बाइक के इंजन और उसके बॉडी पार्ट्स को भी देखकर बाइक पसंद कर लेते हैं और सेकंड हैंड बाइक्स की प्राइस भी उतनी ज्यादा नहीं होती है जिस कारण सेकंड हैंड बाइक काफी आसानी से बिक जाती है। तो दोस्तों यह थी कुछ इंपॉर्टेंट बातें इस टॉपिक से रिलेटेड तो हुई ना दोस्तों सेकंड हैंड Bikes Are Always Better Than Cars.
– Conclusion
तो दोस्तों बाइक्स और कार हमें एक जगह से दूसरे जगह ले जाने में मदद करते हैं, और कर भी उतना ही इंपॉर्टेंट कितना बाइक लेकिन दोस्तों पर्यावरण के लिए दोनों ही नुकसानदायक है लेकिन कार ज्यादा नुकसानदायक है दोस्तों यही बात मैं आपको समझने के लिए या ब्लॉक लिखा हूं। तो दोस्तों कैसा लगा आपको ये ब्लॉग “ Top 10 Reasons Bikes Are Always Better Than Cars “ कमेंट में जरूर बताएं और अगर अच्छा लगा हो तो आप हमारे अन्य आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं। धन्यवाद।
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